IAS मोनिका यादव, ऊँचे पद पर होने के बाद भी अपनी परंपरा और संस्कृति से जुड़ी हुई हैं.

हम आपके लिए हमेशा कुछ ना कुछ पॉजिटिव और प्रेरणादायक कहानियां लेकर आते हैं जो हम हैं जो हमें सकारात्मक बने रहने और लक्ष्य के लिए प्रेरित करती हैं. आज हम बात करने वाले हैं आईएएस अधिकारी मोनिका यादव के बारे में जो आईएएस बनने के बाद भी अपने परंपरा और संस्कृति से जुड़ी हुई हैं. मोनिका राजस्थान के सीकर जिले में स्थित लीसाड़ियां गांव की निवासी है.

मोनिका यादव 2017 बैच की 403 रैंक प्राप्त कर रेल यातायात सेवा अधिकारी बनी. आप एक तस्वीर में देख रहे होंगे कि एक महिला है जो माथे पर बिंदी लगाए हुए गोद में एक नवजात शिशु को लिए हुए हैं बैठी है यह तस्वीर किसी और की नहीं बल्कि आईएस अधिकारी मोनिका यादव की है मोनिका यादव की यह तस्वीर बताती है कि वह कलेक्टर जैसे बड़े पद पर जाने के बाद भी अपनी परंपरा और संस्कृति से जुड़ी हुई हैं.

मोनिका को अपने पिता हरफूल सिंह यादव से काफी प्रेरणा मिली जो कि खुद एक सीनियर आईआरएस है. मोनिका ने पहले ही प्रयास में यूपीएससी में 403 वी रैंक लाकर गांव के साथ-साथ पूरे राज्य को गौरवान्वित किया था.

मोनिका के पति सुशील यादव भी आईएएस अधिकारी है. जो वर्तमान में राजसमंद में एसडीएम के पद पर कार्यरत हैं. मोनिका के पति सुशील बताते हैं कि उनकी यह तस्वीर उस समय की हैं जब मोनिका माँ बनी थी. उन्होंने बताया कि मोनिका को सामाजिक परंपराओं से काफी लगवा है. मोनिका अब भी परंपरागत संस्कृति को माता देती और लोगों को जोड़ने का प्रयास करती हैं. मोनिका ने अफसर बनने के बाद भी गांव की परंपरा से जुड़ी हुई है.

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