बिहार के लोगों अब घर से कमाएँगे लाखो, दुनिया के 75 देशों में निर्यात कर सकेंगे बिहार में निर्मित्त उत्पाद

बिहार सरकार इन दिनों राज्य के उद्योग को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयासरत है। राज्य सरकार में उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने मंगलवार को अधिवेशन भवन में आयोजित वाणिज्य उत्सव का उद्घाटन करते हुए, राज्य में निर्मित उत्पादकों को देश के अन्य राज्यों के साथ विदेशों में भी निर्यात करने को लेकर जोर दिया।

आजादी के अमृत महोत्सव के खास मौके पर राज्य में निर्मित उत्पाद विश्व के 75 देशों में एक्सपोर्ट किए जाएंगे। मशहूर भागलपुरी सिल्क, खादी वस्त्र, मिथिला का मखाना, चावल व सब्जियों को भी निर्यात किया जाएगा। मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा कि निवेशकों को लेकर बिहार सफल रहा है। विगत 6 महीने में जहां 35 हजार करोड़ से भी अधिक का निवेश प्रस्ताव आया है, वहीं राज्य सरकार के द्वारा 897 करोड़ रुपए निवेश की मंजूरी भी मिल चुकी है‌।

बिहार औद्योगिक माहौल तैयार कर रहा है, वहीं सरकार राज्य के निर्मित उत्पादों को निर्यात पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है। मंत्री शाहनवाज हुसैन ने राज्य सरकार की सफलता के पुल बांधते हुए कहा कि जहां इथेनॉल के क्षेत्रों में विगत कुछ वर्षों में बेहद विकास हुई है, वहीं सरकार ने ऑक्सीजन नीति को भी अपना लिया है। गन्ना विभाग के द्वारा 29 सौ एकड़ मिली जमीन को विकसित किया जाएगा। राज्य के सभी जिलों के उद्योग केंद्रों पर विशेषकर निर्यात निगम के लिए एक कमरा भी बनाया जाएगा, सिल्क उद्योग को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने भी अपना दम लगा दिया है।

केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय के अपर सचिव अमृत लाल मीणा ने कहा, कि निर्यात के क्षेत्र में तेजी से बढ़ रहा बिहार नए आयाम को स्थापित कर रहा है। पेट्रोलियम उत्पाद कपड़े, मखाना, फल, सब्जियों और दवाओं का भी वृहद स्तर पर निर्यात हो रहा है। बता दें, कि बीते साल ही बिहार ने 1200 करोड़ रुपए का निर्यात किया था। इस मौके पर स्थानीय उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई थी। खादी से निर्मित कपड़ों व जूट उद्योग के कई स्टाल लगे थे।

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