बिहार की आकांक्षा 22 साल की उम्र में बनीं मुखिया, ग्रेजुएशन के बाद प्रतियोगी परीक्षा की कर रही थी तैयारी

बिहार में पंचायत चुनाव की राजनीति पूरे शबाब पर है। बुधवार को बिहार पंचायत चुनाव के नौवें चरण के परिणाम जारी हुए जिसमें मतदाता मालिकों ने कई पुराने जनप्रतिनिधियों को उनकी औकात दिखा दी है, तो कई जगह नए युवा चेहरे के हाथों पंचायत के विकास की कमान सौंपी हैं। एक और नाम सुर्ख़ियों में हैं।‌ खगड़िया के मेघौना पंचायत से मुखिया पद से निर्वाचित हुई आकांक्षा वसु जिन्होंने 22 साल की उम्र में मुखिया पद का चुनाव जीता है। चुनावी अखाड़े में 18 प्रत्याशी मैदान में थे लेकिन जनता ने अपना समर्थन आकांक्षा के पक्ष में दिया। यू तो आकांक्षा प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही थी लेकिन अब पंचायत के विकास की नई इबारत लिखेगी।

आकांक्षा खगड़िया जिले के मेघौना पंचायत से 2,806 मतों से मुखिया पद के लिए निर्वाचित हुई है। आकांक्षा फिजिक्स ऑनर्स से ग्रेजुएट है। दिल्ली में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही थी। सरकारी अधिकारी बनना चाहती थी। अपराधियों ने पिता की हत्या कर दी जिसके बाद आकांक्षा ने घर आकर परिवार की सारी जिम्मेदारी संभाली। यहां आने के बाद लक्ष्य बदला और पंचायत चुनाव के लिए तैयारी शुरू कर दी। अब आकांक्षा पंचायत की तस्वीर और तकदीर बदलने के लिए हामी भर दी है।

पंचायत चुनाव के पूर्व ही आकांक्षा ने पंचायत के हर कस्बों में जाकर लोगों से पिता की हत्या और पंचायत के तरक्की के लिए अपने सपनों के बारे में लोगों को बताया। जीत के बाद आकांक्षा ने बताया कि पिता के किए गए नेक कार्य के वजह से उन्हें जीत हासिल हुई है। पिता के नक्शे कदम पर चल कर वह पंचायत का विकास करेगी। उन्होंने कहा कि पंचायत के लोगों की परेशानी को देखकर मैं मुखिया पद से उतरी थी। लोगों ने जो जिम्मेदारी सौंपी है उसे पूरा करना मेरी पहली प्राथमिकता होगी।

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