प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बड़ा फैसला, ‘राजीव गांधी खेल रत्न’ पुरस्कार का नाम बदला

खेल के क्षेत्र में दिया जाने वाला सबसे बड़े खेल रत्न पुरस्कार को लेकर केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलकर अब हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद के नाम पर कर दिया गया है। राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार को अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के नाम से जाना जाएगा। इस संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। आपको बता दें कि हर साल मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन (30 अगस्त) के अवसर पर को खेल से जुड़े अवॉर्ड्स दिए जाते है।

पीएम ने ट्वीट कर दी जानकारी 

इस बारे में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने ट्वीट कर जानकारी देते हुए कहा कि, “ओलंपिक खेलों में भारतीय खिलाड़ियों के शानदार प्रयासों से हम सभी अभिभूत हैं। विशेषकर हॉकी में हमारे बेटे-बेटियों ने जो इच्छाशक्ति दिखाई है, जीत के प्रति जो ललक दिखाई है, वो वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है।”

खेल रत्न पुरस्कार मेजर ध्यानचंद को समर्पित

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा की “देश को गर्वित कर देने वाले पलों के बीच अनेक देशवासियों का ये आग्रह सामने आया है कि खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद जी को समर्पित किया जाए. लोगों की भावनाओं को देखते हुए इसका नाम अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार किया जा रहा है। जय हिंद!”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक और ट्वीट कर के कहा कि “मेजर ध्यानचंद भारत के उन अग्रणी खिलाड़ियों में से थे जिन्होंने भारत को सम्मान और गौरव दिलाया। देश का सर्वोच्च खेल सम्मान उन्हीं के नाम पर रखा जाना चाहिए।”

खेल रत्न पुरस्कार की शुरुआत

1991-92 में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से खेल रत्न पुरस्कार देने की शुरुआत की गई थी. तब इसका नाम भारत के प्रधानमंत्री रह चुके राजीव गांधी के नाम पर रखा गया, जिसका नाम अब बदल कर हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के नाम पर कर दिया गया है।

Join Us

Leave a Comment