पहली बार गोल्फ में मेडल की उम्मीद, टोक्यो ओलिंपिक में भारत की अदिति अशोक दूसरे नंबर पर।

टोक्यो ओलिंपिक में शनिवार का दिन भारत के लिए ऐतिहासिक साबित हो सकता है। भारत को गोल्फ में अब तक का पहला मेडल मिल सकता है। इस कारनामे के करीब हैं भारत की महिला गोल्फर अदिति अशोक। चार दिन के खेल के तीसरे दिन तक अदिति 201 के स्कोर के साथ दूसरे स्थान पर हैं। शनिवार को चौथे और आखिरी राउंड का खेल होगा। अदिति ने 2016 रियो ओलिंपिक में भी हिस्सा लिया था तब वे 41वें स्थान पर रही थीं।

ये भी माना जा रहा है कि भारतीय टाइमिंग के अनुसार शनिवार तड़के होने वाले चौथे राउंड में बारिश से रुकावट हो सकती है। अगर बारिश के कारण चौथा राउंड नहीं खेला गया, तो अदिति को सिल्वर मिल जाएगा, क्योंकि अदिति तीसरे राउंड की समाप्ति पर दूसरे नंबर पर बनी हुई हैं।

अदिति अशोक का जन्म 29 मार्च 1998 को बेंगलुरु में हुआ था। उन्होंने 5 साल की उम्र से ही गोल्फ खेलना शुरू कर दिया था। अदिति को परिवार से पूरा समर्थन मिला है। आमतौर पर उनकी मम्मी या पापा ही कैडी की भूमिका निभाते हैं। गोल्फ में गोल्फर का किट बैग जो शख्स संभालता है उसे कैडी कहते हैं। ओलिंपिक में अदिति मां के साथ गई हैं।

अदिति पहली भारतीय महिला गोल्फर हैं जिन्होंने एशियन यूथ गेम्स (2013), यूथ ओलिंपिक गेम्स (2014), एशियन गेम्स (2014) में हिस्सा लिया है। वे लल्ला आइचा टूर स्कूल का टाइटल जीतने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय भी हैं। इस जीत की वजह से उन्हें 2016 सीजन के लिए लेडीज यूरोपियन टूर कार्ड के लिए एंट्री मिली थी। 2017 में वे भारत की पहली महिला प्रोफेशनल गोल्फर बनी थीं।

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