नौकरी छोड़ की UPSC की तैयारी, बिना कोचिंग क्लासेज के ही राधिका बनीं आईएएस अफसर

बीते सितंबर को यूपीएससी-2020 परिणाम की घोषणा हुई जिसमें मध्य प्रदेश की राधिका गुप्ता ने देशभर में 18वां रैंक हासिल किया है। राधिका मध्य प्रदेश के आदिवासी जिले अलीराजपुर से आती है। आदिवासियों के उत्थान और महिलाओं की शिक्षा के लिए काम करने की इच्छुक है। राधिका ने जीएसआईटीएस इंदौर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की पढ़ाई पूरी की। पढ़ाई के बाद एक साल तक नौकरी भी की। फिर आईएएस बनने के लिए नौकरी छोड़ यूपीएससी की राह थाम ली।

राधिका को ग्रेजुएशन के दौरान यूपीएससी के बारे में कुछ खास जानकारी नहीं थी। जब वह नौकरी करने के लिए दिल्ली आईं तब उन्हें इस बारे में जानकारी हुई। शुरू में नौकरी के साथ तैयारी करने की सोची तब उन्होंने सिलेबस देखकर नौकरी छोड़ तैयारी करने का फैसला लिया। सिविल सर्विसेज की तैयारी करने वाले अधिकतर छात्र दिल्ली में रहकर तैयारी करते हैं लेकिन राधिका ने वापिस इंदौर जाकर इसकी तैयारी करना बेहतर समझा। रोजाना 9 से 10 घंटे पढ़ाई की और एक रणनीति बनाकर इसकी तैयारी करते रहीं।

सिविल सर्विसेज की तैयारी के लिए राधिका ने भारतीय राजनीति के लिए लक्ष्मीकांत, भारतीय इतिहास के लिए स्पेक्ट्रम, सभी विषयों के लिए एनसीईआरटी और कुछ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से तैयारी की। साल 2019 में उन्होंने यूपीएससी का पहला अटेम्प्ट दिया। उस समय उन्हें आईआरपीएस के लिए चुना गया। लेकिन राधिका इससे खुश नहीं थी। दूसरे प्रयास में ही सफलता हासिल करते हुए देशभर में 18 वां रैंक लाकर आईएएस अधिकारी बनने का सपना साकार किया।

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