विराट ने 3 साल की उम्र में थामा था बल्ला, पिता की मौत के वक्त भी कम नही हुआ हौसला, पढ़िए किंग कोहली की कहानी…

टीम इंडिया के चेज मास्टर और रन मशीन के नाम से मशहूर विराट कोहली को हर कोई जानता है। विराट कोहली का नाम सुनते ही टी20 वर्ल्ड कप 2022 में पाकिस्तान के खिलाफ खेली गई 82 रनों की करिश्माई पारी और मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध खेली गई पारी समेत कई मैच जिताऊ पारियां याद आती हैं। विराट का नाम आज वर्ल्ड के बेहतरीन खिलाड़ियों में शामिल है और इसके पीछे उनका क्रिकेट के प्रति समर्पण और प्यार है, जिसने दिल्ली के एक साधारण फैमिली के लड़के को इन आयाम तक पहुंचाया हैं।

बता दें कि कोहली का जन्म 5 नवंबर 1988 को दिल्ली में एक पंजाबी फैमिली में हुआ था। उनके पिताजी प्रेम कोहली वकील थे और मां सरोज गृहिणी है। वह अपने फैमिली में सबसे छोटे हैं उनकी एक बड़ी बहन और एक बड़ा भाई भी है।

विराट की मां कहती है जब वह 3 वर्ष के थे तब से ही उन्होंने बल्ला पकड़ लिया था और अपने पिताजी को अपने साथ खेलने के लिए परेशान किया करते थे। विराट के इस जुनून को देखते हुए उनके पिताजी ने 9 की उम्र में क्रिकेट अकादमी ज्वाइन करा दी। जहां उनके कोच राजकुमार शर्मा ने उन्हें क्रिकेट के गुर सिखाए।

विराट के पिता उनसे काफी प्रेम करते थे और उनके पापा ने हमेशा एक अच्छा क्रिकेटर बनने को सलाह दिया था। साल 2006 में जब वे कर्नाटक की ओर से खेल रहे थे तो मैच खत्म के बाद जब घर पहुंचे तो अचानक उनके पापा की तबीयत गड़बड़ हो गई और उनकी हार्ट अटैक से देहांत हो गई।

पिता के दुनिया से गुजर जाने के बाद भी विराट ने अगले ही दिन सुबह कोच को फोन किया और कहा कि मैं मैच खेलूंगा। विराट के इस होंसले को दे उनके कोच दंग थे। विराट ने कहा था कि मेरे लिए कोई मैच छोड़ना मंजूर नहीं था।

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