रेलवे स्टेशन का एक कुली बना कलेक्टर, एक मेमोरी कार्ड, फ़ोन और इंटरनेट से की तैयारी, जानें पूरी कहानी।

भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाना इतना आसान नहीं है यह कठिन है, किन्तु केरल के एक कुली ने केरल लोक सेवा परीक्षा को पास करके IAS में अपने लिए जगह बनाने में सफलता प्राप्त की है। आपको बता दे केरल के कुली श्रीनाथ के ने रेलवे स्टेशनों पर उपलब्ध मुफ्त वाई-फाई की सहायता से केपीएससी केएएस परीक्षा को पास कर लिया। दरसल मुन्नार के रहने वाले श्रीनाथ कोचीन रेलवे स्टेशन पर कुली का काम करते थे। उन्होंने अपने और अपने परिवार का जीवन बेहतर बनाने के लिए श्रीनाथ ने सरकारी नौकरी प्राप्त करने के लिए पढ़ाई प्रारंभ करने का निर्णय लिया।

हालांकि, अपने काम के वक्त और बोझ की वजह से, उन्हें पढ़ाई के लिए बिल्कुल भी समय नहीं मिल पाता था। मालूम हो कि वर्ष 2016 में, रेलटेल और गूगल ने भारत के कई रेलवे स्टेशनों पर फ्री वाई-फाई सुविधा का लॉन्च किया। ऐसे में फ्री वाई-फाई शुरु होने के बाद, श्रीनाथ काम करते हुए पढ़ाई करने में सक्षम हो गए। उन्होंने ऑडियोबुक और वीडियो डाउनलोड किए और काम करने के साथ-साथ केपीएससी परीक्षा की तैयारी करने लगे।

कोचिंग और एक्सट्रा क्लासेज पर खर्च करने वाले कई अन्य कैंडिडेट्स के उल्टा, उन्होंने अपना पैसा एक मेमोरी कार्ड, फोन और एक जोड़ी ईयरफोन खरीदने में खर्च किया। परीक्षाओं की तैयारी करने के बाद उन्होंने ग्राम सहायक के पद के लिए केरल लोक सेवा परीक्षा में हिस्सा लिया और 82% अंको के साथ पास हुए। वर्ष 2018 में उनकी इस उपलब्धि पर केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री, पीयूष गोयल ने भी बधाई दी थी, जब उनकी कहानी Google इंडिया ने शेयर की थी।

श्रीनाथ UPSC सिविल सेवा परीक्षा के लिए उपस्थित हुए और यूपीएससी सीएसई में अपने चौथे प्रयास के बाद IAS अफसर बन गए। रेलवे स्टेशन पर वह ऑथराइज्ड कुली थे किन्तु 27 वर्ष की उम्र में 2018 में उन्होंने यह महसूस किया कि एक कुली के काम जितनी उनकी कमाई हो रही है वह उनके परिवार के लिए पर्याप्त नहीं थी। उस वक्त उनकी एक साल की बेटी भी थी। और बेटी को अच्छा बचपन देने के लिए उन्होंने और बेहतर करने का निर्णय लिया।

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