CM ने गया के महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र का किया उद्घाटन, जानें किया है खास

विश्व स्तरीय अत्याधुनिक सुविधा से युक्त बिहार के गया जिले में 153.40 करोड़ की लागत से बने 13 एकड़ में निर्मित महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते दिन यानी शनिवार दोपहर को किया। उद्घाटन कार्यक्रम में भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, खान एवं भूतत्व मंत्री जनक राम, उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन, डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद व अन्य मौजूद थे।

बता दें कि 13 अक्टूबर 2018 को सीएम नीतीश ने इस कन्वेंशन सेंटर की नींव रखी थी। लगभग 20 मिनट के संबोधन में मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा कि शिलान्यास किया गया, तो इसे कन्वेंशन सेंटर नाम दिया गया था। बुद्ध की ज्ञानस्थली पर बने अंतरराष्ट्रीय स्थल के मद्देनजर इसका नाम महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र रखा गया। यहां अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजन होंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राजगीर में भी अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर और राजधानी में सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर बनाया गया है। सीएम ने कहा कि देश-विदेश के पर्यटकों के ठहरने के लिए बिहार में अंतरराष्ट्रीय स्तर के कई सेंटर हो गए हैं। बौद्धों के श्रद्धा व विश्वास का बोधगया एक बड़ा केंद्र है‌। यहां आकर शांति की अनुभूति होती है। यहां आने के बाद पता चला कि देशी-विदेशी पर्यटकों के ठहरने के लिए जगह नहीं है। इसी को देखते हुए महाबोधि कन्वेंशन सेंटर का बनाया गया।

निरीक्षण के दौरान विभाग के लोगों से अनुरोध किया कि इस साल यह बनकर तैयार हो जाए, क्योंकि गर्मी के दिनों में यहां पर्यटक नहीं आते हैं। इसलिए ठंड में बनकर तैयार हो जाने से इसका लाभ मिलेगा। इस सेंटर में बड़ा सा मंच है। एक तरफ दो हजार लोग तो दूसरी तरफ 500 लोगों के बैठने की क्षमता है। एक बहुद्देशीय हॉल के साथ तीन मीटिंग हॉल और अतिथि लाउंज, बड़ा सा रसोईघर है, जो अंडरग्राउंड से दोनों हॉल से जुड़े हैं। आसानी से लोगों को भोजन मिल सकेगा। यहां का वीडियो, आडियो, लाइटिंग हर किसी को लुभाती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार सरकार अपने कोष से अतिथि गृह बनवा रहा है। बाद में किसी निजी एजेंसी को इसकी देखरेख की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। उन्होंने कहा कि ज्ञान और मोक्ष की भूमि गया है। सीएम ने कहा कि बोधगया वासियों को पीने के साथ ही स्नान करने और कपड़ा धोने के लिए भी गंगा का पानी हर घर को मिलेगा इसके लिए तेजी से काम जारी है। पितृपक्ष से पूर्व पानी की व्यवस्था के लिए इंतजाम जारी है।

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