BIHAR
बिहार में नये आइडिया के साथ स्टार्टअप के लिए आवेदन करने पर महिलाओं को मिलेगा अधिक लाभ, जानें पूरी योजना

दरसल उद्यमी बनने का सपना साकार करने के लिए नया सोच लाना होगा। विशेष कर स्टार्टअप योजना हेतु परंपरागत उद्योग से अलग नये आइडिया के साथ आवेदन करना होगा। दरसल महिलाओं को योजना की निर्धारित राशि से 5% ज्यादा रकम देने का प्रावधान लाया गया है। लोग नया आइडिया कैसे दे सकते हैं, इसको लेकर स्टार्टअप पोर्टल पर आवेदन करने से पहले युवा उद्यमियों को परंपरागत और नये स्टार्टअप के सम्बंध में अंतर बताया जा रहा है। लोगों को इसके बारे में जागरूक किया जा रहा है।
ताकि उद्योग विभाग द्वारा स्टार्टअप नीति को विस्तार से जानने के बाद ही लोग आवेदन करें। आपको बता दें कि इसके लिए उद्योग विभाग की तरफ से 31 दिसंबर तक ऑनलाइन आवेदन लिया जायेगा। नया व्यवसाय मॉडल या नयी तकनीक, जो अब तक कोई नहीं जानता हो। वैसा व्यवसाय जो नयी तकनीक का उपयोग करके मार्केट में पहले से मौजूद चीजों में सुधार करता हो। जैसे मोबाइल एप से खाना मंगाना, खेती हेतु ड्रोन का उपयोग करना, स्टार्टअप में आगे बढ़ने हेतु इनोवेशन व क्रिएटिविटी बहुत आवश्यक है।
पुराने तरीके से चलने वाले व्यवसाय, जिसका मुख्य उद्देश्य प्रोडक्ट का उत्पादन व उसकी मार्केटिंग जैसे आटा चक्की, मसाला उद्योग आदि या कोई परंपरागत सेवा जैसे पापड़ उद्योग, सैलून, किराना स्टोर, रेस्टोरेंट आदि के माध्यम से लाभ कमाना है। ऐसे बिजनेस में कोई इनोवेशन नयापन नहीं होता है। और साथ ही यह सीमित दायरा में आगे बढ़ता है।
इस नीति के अंतर्गत सीड फंड के रूप में बिना ब्याज के 10 वर्ष के लिए 10 लाख रुपये देने का प्रावधान है। महिला उद्यमियों के स्टार्टअप को सीड फंड के रूप में 50 हजार रुपये अधिक मिलेंगे। यानी 5% ज्यादा। वहीं एससी, एसएटी व दिव्यांगजनों को सीड फंड 11 लाख 50 हजार रुपये यानी 15 % अधिक राशि मिलेगी। बताते चलें कि यह सभी आयु वर्ग के ग्राहकों के लिए आसानी से उपलब्ध होगा। लागत के अनुसार मुनाफा अधिक मिलेगा।व्यवसाय में तेज वृद्धि होगी।
