रामायण सर्किट के राम-जानकी पथ के निर्माण से शिवहर जिले की बदलेगी सूरत, पर्यटन को मिलेगा नया आयाम,

अयोध्या से जनकपुर तक राम-जानकी पथ के बन जाने से शिवहर में पर्यटन को नया आयाम मिलेगा। लगभग 28 किलोमीटर लंबी शिवहर से सीतामढ़ी के बीच सड़क का निर्माण अंतिम चरण में है। इस सड़क को फोरलेन के रूप में विकसित किया जाना है। इसके बाद इस सड़क को रामजानकी फोरलेन के नाम से जाना जाएगा। बता दें कि यह सड़क रामायण सर्किट का हिस्सा होगी। माता सीता की जन्मस्थली सीतामढ़ी और जनकपुर आने वाले पर्यटक इस सड़क के रास्ते शिवहर में ठहर सकेंगे।

बता दें कि शिवहर में बाबा भुवनेश्वरनाथ महादेव (देकुली धाम) का मंदिर है। यह जिले का सबसे बड़ा ऐतिहासिक धरोहर है। महाभारत काल का यह शिवलिंग स्थापित है। कहा जाता है कि इसी जगह पर द्रोपदी और उसके भाई की उत्पत्ति हुई है। यहां देश ही नहीं विदेश से लोग आते हैं। इसके बावजूद भी यह स्थल पर्यटन के नक्शे पर स्थापित नहीं हो सका है। अब प्रशासनिक स्तर पर पुरनहिया के बौद्धि माई स्थान को पर्यटक स्थल के तौर पर विकसित करने के लिए प्लान बनाया जा रहा है।

प्रतीकात्मक चित्र

जिले में पर्यटन की संभावना को जिला प्रशासन की टीम तलाश रही है। इन सबके बीच राम-जानकी पथ बन जाने के बाद चंपारण से सीतामढ़ी और जनकपुर जाने के लिए जो सड़क गुजर रही है, वह देकुली धाम से होकर गुजरेगी। देकुली धाम राष्ट्रीय राजमार्ग से सटा है। ऐसे में निश्चित रूप से पर्यटक महाभारतकालीन इस धार्मिक स्थल पर जरूर ठहरेंगे। इससे यहां के स्थानीय बाजार में भी रौनक आएगी। हर महीने लगभग भुवनेश्वरनाथ महादेव में पांच लाख श्रद्धालु आते हैं। राम-जानकी पथ के निर्माण होने के बाद भक्तजनों की संख्या में तीन गुना इजाफा होने की उम्मीद है।

स्थानीय सांसद रामा देवी का कहना है कि सड़क बन जाने के बाद बिहार के अन्य क्षेत्रों का विकास तो होगा ही, उनके संसदीय क्षेत्र शिवहर, सीतामढ़ी और चंपारण में पर्यटन विकसित होगा। रोजगार भी सृजित होंगे। भाजपा के डॉ नूतन सिंह कहती हैं कि जानकी पथ बन जाने से शिवहर का धार्मिक और आर्थिक विकास तो होगा ही बल्कि पड़ोसी जिला व नेपाल से भी डायरेक्ट संपर्क जुड़ जाएगा। जिले के डीएम में सज्जन राजशेखर बताते हैं कि शिवार जिले से गुजरने का फायदा होगा।

बता दें कि श्रीराम जानकी पथ अयोध्या से गोपालगंज व चंपारण के चकिया होते हुए शिवहर शहर से गुजरते हुए सीतामढ़ी तक जाएगी। सीतामढ़ी के भिठ्ठामोड़ में यह सड़क समाप्त होगी। इसके बाद नेपाल सरकार नेपाल में 30 किलोमीटर तक सड़क बनाएगी। चकिया से शिवहर की दूरी 40 किमी जबकि सीतामढ़ी की 28 किमी दूर है। इधर, एनएचएआइ शिवहर के क्षेत्रों में इस सड़क निर्माण के लिए की ज्यादा एक्टिव हो गई है। हालांकि, जिस राष्ट्रीय राजमार्ग-104 को राम-जानकी पथ में शामिल किया जा रहा है, अभी उसके निर्माण का कार्य जारी है। नेशनल हाईवे में आधा दर्जन पूल और तकरीबन एक किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण होना बाकी है।

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