यूपीएससी में बजा बिहार का डंका, बिहार की अंकित बनी सेकेंड टॉपर, राज्य से कुल 22 छात्र-छात्राओं ने भी मारी बाजी।

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा परिणाम की घोषणा हो गई है। एक बार फिर बिहार के छात्र-छात्राओं ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। सोमवार को यूपीएससी सिविल सेवा एग्जाम के जारी परिणाम में बिहार की बेटी ने दूसरा स्थान हासिल किया है। मधेपुरा के बिहारीगंज की रहने वाली अंकिता अग्रवाल ने पूरे देश में दूसरा रैंक पाया है। वहीं इस बार पहले तीन नंबरों पर लड़कियों का कब्जा है।

पिछले साल जब यूपीएससी के परिणाम जारी हुए तब बिहार के शुभम ने देश भर में टॉप किया। टॉप टेन की सूची में बिहार के तीन उम्मीदवारों का नाम शामिल था। इस बार टॉप टेन की सूची में बिहार की अंकिता ने जगह बनाई है। अंकिता का बचपन बिहारीगंज में गुजरा है। शुरुआती पढ़ाई-लिखाई यहीं के मॉडर्न पब्लिक स्कूल में हुई। अंकिता के पिता और दादा बिहारीगंज में ही हार्डवेयर का कारोबार करते थे। फिर यहां से वे कोलकाता शिफ्ट हो गए।

जबकि मोतिहारी के शुभंकर प्रत्यूष पाठक ने ग्यारहवीं रैंक हासिल किया जबकि मुंगेर की अंशु प्रिया को 16वां रैंक मिला है। वैशाली के आशीष को पहले ही प्रयास में 23 वा रैंक हासिल हुआ है। आशीष के मौसेरे भाई अंकित को 277वीं रैंक हासिल हुई है। अंकित का घर गया जिले में है। मिली जानकारी के मुताबिक अब तक बिहार के 22 से अधिक उम्मीदवारों ने सफलता पाई है। सूत्र के मुताबिक कुछ और उम्मीदवारों को भी कामयाबी मिली है। मुजफ्फरपुर की अभिनव कुमार ने 164वीं रैंक हासिल की है। गोपालगंज से गौरव को 153वीं रैंक और किशनगंज के राज कृष्णा ने 168वीं रैंक हासिल की है।

मुजफ्फरपुर के विशाल ने 484वीं रैंक हासिल की है। विशाल का सफर संघर्षों से भरा रहा है। पिता की मूर्ति के बाद परिवार कर्ज में डूबा था। मैट्रिक की परीक्षा में जिला टॉप हुए फिर आईआईटी कानपुर से केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की पढ़ाई करने के बाद यूपीएससी की तैयारी में जुट गई। जबकि मुख्यमंत्री नारी शक्ति योजना के तहत जिन छात्राओं को राशि आवंटित हुई उनमें से 5 छात्रों को सफलता मिली है।

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