बिहार से अयोध्या जाना होगा आसान, रामजानकी मार्ग के पहले चरण में 50 किमी फोरलेन सड़क निर्माण का रास्ता साफ

श्री राम के श्रद्धालुओं के लिए गुड न्यूज़ है। रामजानकी मार्ग को फोरलेन में बनाया जा रहा है। पथ के बन जाने से जहां एक और भक्तजनों को श्री राम की जन्म स्थली अयोध्या जाने के लिए एक अलग रास्ता उपलब्ध हो पाएगा। वहीं, दूसरी ओर आमजनों को भी आवाजाही में सुविधा होगी। राज्य सरकार के आग्रह पर केंद्र सरकार के परिवहन एवं हाईवे मंत्रालय ने बिहार में रामजानकी मार्ग के संपूर्ण तकरीबन 240 किलोमीटर का निर्माण हो रहा है। इसमें बिहार में पहले चरण के रूप में सीवान से मशरख तक टोटल 50 किलोमीटर लंबी फोरलेन सड़क का निर्माण होगा।

राज्य के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि रामजानकी मार्ग के तहत बिहार में पहले चरण के रूप में सीवान से मशरख तक टोटल 50 किलोमीटर लंबी फोरलेन सड़क का निर्माण कुल 1027 करोड़ की राशि खर्च कर कराए जाने के लिए नेशनल हाईवे ऑफ इंडिया के द्वारा टेंडर जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि रामजानकी मार्ग के पथांश में टोटल फोरलेन बाईपास सड़क का निर्माण होना है, जिसमें बसंतपुर बाईपास (14.66 किमी), सीवान बाईपास (4.63 किमी), मशरख बाईपास (2.29 किमी) व तरवारा बाईपास (7.38 किमी) शामिल है। इसके अलावा उक्त पथांश में 14 लघु सेतु, 01 बड़ा पुल, 15 अन्डरपास और 01 आरओबी व दो ग्रेड सेपरेटर शामिल है।

प्रतीकात्मक चित्र

पथ निर्माण मंत्री ने बताया कि बिहार सरकार के आग्रह पर सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, केंद्र सरकार के द्वारा बिहार में राम जानकी मार्ग के पूरे 240 किलोमीटर लंबी सड़क को फोरलेन में विकसित करने का फैसला लिया गया है। इसी कड़ी में पहले चरण में सीवान से मशरख मार्ग को फोरलेन में विकसित करने हेतु टेंडर निकाला गया है।

उन्होंने कहा कि दूसरे चरण में मसरख से चकिया तक टोटल 48 किलोमीटर लंबा मार्ग एवं तीसरे चरण में चकिया से सीतामढ़ी के विटामोड़ तक टोटल 103 किलोमीटर लंबे रास्ते को फोर लेन में विकसित करने के लिए विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन बनाने की कार्रवाई शुरू हो रही है। इसके अलावे मेहरौना घाट से सीवान तक टोटल 40 किलोमीटर लंबे मार्ग को खोलने में विकसित करने के लिए मंजूरी की कार्रवाई हो रही है।

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