बिहार में इस रेलखंड के दोहरीकरण को मंजूरी, बिहार और नेपाल के बीच कनेक्टिविटी होगी बेहतर, देखें रुट

रेलवे की बड़ी प्रोजेक्ट मुजफ्फरपुर-सुगौली रेलखंड दोहरीकरण के लिए भूमि अधिग्रहण का काम पूरा हो गया है। जिले के डीएम ने अपर समाहर्ता को प्रशासक प्रतिनियुक्त किया है। जिले के तीन प्रखंड मोतीपुर, मीनापुर और कांटी के 12 गांवों से भूमि अधिग्रहण हुआ है। बता दें कि 335 हितधारकों से 32.776 एकड़ जमीन अधिग्रहण दिया गया है।

जिला भू अर्जन कार्यालय ने इसको लेकर प्रारंभिक अधिसूचना 20 मई को तैयार की थी। जनहित में इसे 25 मई को जारी किया। अधिसूचना के अनुसार, मोतीपुर के चार, कांटी प्रखंड के चार और मीनापुर ब्लाक के एक गांव में जमीन अधिग्रहण मुजफ्फरपुर सुगौली रेलखंड के लिए किया गया है।

प्रतीकात्मक चित्र

बता दें कि इसके लिए पिछले फरवरी में ही सर्वे हुआ था। भू-अर्जन के बाद प्रभाव आदि को लेकर रिपोर्ट बनाई गई थी। कहा गया था कि जनहित में यह काम है। इससे जिले के उद्योग और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही गांव से सटे ग्रामीण के लोगों को लाभ मिलेगा। बताई गई कि जितना भूमि अधिग्रहण हुआ है उसके जमीन मालिकों का रकबा बेहद कम है।

रेल प्रोजेक्ट से आने जाने में सुधार व इलाके को नई दुनिया के समक्ष खोलने में निश्चित रूप से सहयोग मिलेगा। पूर्व में लोगों को दूसरे जगह जाने के लिए मुजफ्फरपुर व दूसरे रेलवे स्टेशनों पर घंटों का इंतजार करना पड़ता है। लेकिन अब मोतीपुर के नजदीक रेलवे स्टेशन शुरू हो जाने से उन्हें काफी सुविधा होगी। इलाके के लोग, विशेष रूप से निर्धन और असुरक्षित वर्ग के लोगों को रोजगार के लिए नेपाल और दूसरे राज्य का सफर आसान हो जाएगा। रिपोर्ट के अनुसार, नई हाजीपुर-सुगौली रेल लाइन निर्माण से मुजफ्फरपुर-सुगौली रेलखंड पर ट्रैफिक बढ़ जाएगा‌।

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