बिहार के इस जिले के स्टार्टअप जोन में ई-रिक्शा का निर्माण शुरू, दिल्ली से बिहार लौटा मजदूर बना उद्यमी

बेतिया का चनपटिया स्टार्टअप दिन प्रतिदिन उद्योग के मामले में नया कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। टेक्सटाइल, फूट वेयर व बंबू एंड क्राफ्ट जैसे उत्पादन की उपलब्धि के बाद अब ई रिक्शा निर्माण का काम शुरू हो गया है। बेतिया के डिस्ट्रिक्ट में विशेषत कुंदन कुमार की पहल पर श्रमिक से उद्यमी बनने वाले कारीगरों की लिस्ट में बेतिया के अजय का नाम शामिल हो गया है।

अजय के पिता शिक्षक हैं। अजय ने आईटीआई से प्रशिक्षण लेने के बाद वर्ष 2015 में काम के लिए दिल्ली का रुख किया। वहां जाकर ई रिक्शा बनाने वाली कंपनी में कामगार का काम करने लगे। वे लॉकडाउन में घर आ गए। घर पर रहते हुए उन्हें चनपटिया में बने स्टार्टअप जोन के बारे में पता चला फिर अजय भी इसी राह में निकल पड़े।

अजय को विभिन्न पार्ट्स से ई-रिक्शा निर्माण में दक्षता हासिल है। अजय ने अपने स्टार्टअप को लेकर जिले के डीएम कुंदन कुमार से मुलाकात की। डीएम ने उन्हें आर्थिक मदद देते हुए चनपटिया में जगह मुहैया कराई।

अजय ने बताया कि उन्होंने ई रिक्शा निर्माण में आने वाली जरूरी पार्ट्स को दिल्ली, गाजियाबाद और पंजाब की कंपनियों से बात कर मंगाया है। अजय ने अभी कचरा ढोने वाला ई-रिक्शा बनाया है। वे अभी तक 10 ई रिक्शा बना चुके हैं। लोगों इसके लिए आर्डर भी दे रहे हैं। वे अपने 15 साथियों के साथ मिलकर ई-रिक्शा निर्माण को आगे बढ़ाएंगे। डीएम की मानें तो हो यह स्टार्टअप चनपटिया के विकास को नई रफ्तार देगा।

जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर जिले वासियों को इसके बारे में जानकारी है। डीएम ने ट्वीट किया है कि अजय के द्वारा निर्माण की गई रिक्शा की कीमत बाजार में उपलब्ध ई रिक्शा से कम है। बता दें कि डीएम कुंदन कुमार को बेहतरीन काम के लिए सिविल सर्विस डे के मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें अवार्ड से नवाजा है।

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