बिहार के इन 9 रेलवे स्टेशनों को एयरपोर्ट की तरह किया जाएगा विकसित, जानें क्या होगा खास।

पूर्व मध्य रेलवे जोन के 12 स्टेशनों से सफर करने वाले यात्रियों को विश्व स्तर की सुविधा मिलेगी। रेलवे ने इसके लिए स्टेशन पुनर्विकास योजना को शुरू किया है। इस परियोजना के तहत स्टेशनों को विश्वस्तरीय स्टेशन के रूप में बदलने की कवायद है। इसमें ईस्ट सेंट्रल रेलवे के टोटल 12 स्टेशनों जैसे कि दानापुर मंडल के बक्सर और राजेंद्र नगर, सोनपुर मंडल के बरौनी, मुजफ्फरपुर और बेगूसराय, समस्तीपुर मंडल के सीतामढ़ी, दरभंगा और मोतिहारी और दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन एवं धनबाद डिवीजन के सिंगरौली और धनबाद का चयन हुआ। इन स्टेशनों के रिडेवलपमेंट की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

जिन स्टेशनों को शामिल किया गया है, वे सभी पर्यटन और धार्मिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण है। इसमें गया स्टेशन को विश्वस्तरीय स्टेशन बनाने के लिए अंतिम ढांचा तैयार जाने के बाद निविदा भी जारी कर दी गई है। गया स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने में लगभग 300 करोड़ रुपए खर्च होने है। इस काम को वर्ष 2024 के आखिर तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। स्टेशनों के पुनर्विकास से संबंधित तमाम काम हो जाने के बाद पैसेंजर्स को एयरपोर्ट वाली विश्वस्तरीय सुविधाएं मिलेंगी। फिलहाल इन स्टेशनों पर मूलभूत सुविधाएं मिलती हैं।

प्रतीकात्मक चित्र

रीडिवेलपमेंट होने के बाद गया स्टेशन हाईटेक यात्री सुविधाओं के साथ ही तकनीक, समृद्ध विरासत और स्थानीय संस्कृति के आकर्षण का केंद्र बनेगा। गया स्टेशन पर यात्री क्षमता में विस्तार होगी। इसे सैलानियों की संख्या बढ़ेगी और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार बढ़ेंगे जिसका फायदा स्थानीय लोगों को मिलने वाला है।

स्टेशनों को विकसित करने का उद्देश्य है कि यात्रियों को बेहतर एक्सपीरियंस और सुरक्षा प्रदान करना है। स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने के क्रम में ग्रीन बिल्डिंग का रूप दिया जाना है, जहां वेंटीलेशन की व्यवस्था होगी। स्टेशन पर एक्सेस कंट्रोल गेट एवं लिफ्ट और एस्केलेटर हर प्लेटफार्म पर लगाए जाएंगे, जिससे एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म तक यात्री आसानी से आ जा सकते हैं। यात्रियों को मिलने वाली सुविधाओं में खान-पान, पीने का पानी, वॉशरूम, इंटरनेट, एटीएम आदि शामिल होंगे। इससे आम पैसेंजर्स के साथ सीनियर सिटीजंस को विशेष तौर पर लाभ मिलेगा।

बता दें कि गया स्टेशन पर रेल यात्रियों के बैठने के लिए अलग-अलग सुविधा होगी। ट्रेन के इंतजार कर रहे यात्रियों के लिए अलग-अलग भवन का निर्माण होगा। स्टेशन के निकास और प्रवेश द्वार इस तरह बनाए जाएंगे, जिससे भीड़ भाड़ से यात्रियों को नहीं गुजरना पड़े। इसके साथ ही वेटिंग रुम के लिए एक्स्ट्रा 6400 वर्गमीटर कॉनकोर्स क्षेत्र, स्टेशन पर टोटल 23 लिफ्ट व 11 एस्केलेटर, वर्तमान 3100 वर्गमीटर प्लेटफार्म एरिया और एफओबी रेनोवेशन, दिव्यांग अनुकूल सुविधाएं, अतिरिक्त टिकटिंग सुविधा, ग्रीन ऊर्जा हेतु स्टेशन भवन पर सौर पैनल इंस्टॉल करना, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, वेस्ट मैनेजमेंट, वाटर रिसाइक्लिंग प्लांट व दमकल की व्यवस्था होगी।

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