पटना में स्थापित होगा बिहार का पहला सुपर कंप्यूटर, इसके लिए 65 करोड़ 55 लाख रुपए स्वीकृत

देश का पहला सुपर कंप्यूटर बनाने वाली संस्थान प्रगत संगणन विकास केंद्र (सीडैक) की एक शाखा पटना में खोलने का फैसला बिहार सरकार ने लिया है। देश में अब तक 13 सी-डैक सेंटर संचालित हैं। पटना में खुलने वाला यह 14वां सेंटर होगा। इस सेंटर की स्थापना के लिए सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने 65 करोड़ 55 लाख रुपए की स्वीकृति प्रदान की है। सी-डैक, पुणे के सहयोग सेंटर की स्थापना होगी। शोध एवं विकास केंद्र के रूप में सी-डैक का इस्तेमाल होगा। सभी विभागों के दस्तावेजों की ई-फाइलिंग भी इसी सेंटर के माध्यम से होगी।

सी-डैक सेंटर की स्थापना के लिए फिलहाल सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने 15 करोड़ की राशि जारी कर दी है। पटना में सी-डैक सेंटर की स्थापना के लिए इससे पूर्व राज्य मंत्रिमंडल ने सीडैक, पुणे को सहायक अनुदान के तौर पर 65 करोड़ 55 लाख रुपए उपलब्ध कराने की मंजूरी दी थी। जानकारी के लिए बता दें कि साल 2017 के सितंबर में एक बड़े कार्यक्रम के तहत इस प्रस्ताव को रखा गया था कि राजधानी पटना में भी सी-डैक का शोध एवं विकास केंद्र की स्थापना की जाए।

प्रतीकात्मक चित्र

बता दें कि महाराष्ट्र के पुणे में सी-डैक का मुख्यालय है। इसकी ब्रांचेस, बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली, हैदराबाद, कोलकाता, मोहाली, मुंबई, नोएडा, जयपुर, तिरुवनंतपुरम, सिलचर एवं इंदौर में है। बताते चलें कि सी-डैक एक कंपनी है, जो विशेष रूप से साफ्टवेयर और इलेक्ट्रानिक्स के सेक्टर में कार्यरत है। देश का पहला सुपर कंप्‍यूटर सी-डैक ने ही विकसित किया था। पटना में इसका सेंटर खुल जाने से से सरकार के सभी विभागों को कंप्यूटरीकृत व्यवस्था पर अनुसंधान कार्य करने में सुलभता होगी।

बता दें कि अब तक का सबसे शक्तिशाली सुपर कंप्यूटर हाल ही में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस में लगाया गया है। परम प्रवेग नाम का यह सुपर कंप्‍यूटर की स्पीड इतनी तेज होती है कि यह पलक झपकते ही असंख्‍य गणनाएं कर सकता है।

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