पटना से नेपाल और बेतिया जाना होगा आसान, बेतिया की दूरी रह जाएगी मात्र 200 किमी

बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में भारत सरकार की भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत अदलबारी-मानिकपुर फोरलेन और मानिकपुर-साहेबगंज का निर्माण चल रहा है। जिले के 35 गांव में इस प्रोजेक्ट के लिए जमीन अधिग्रहण करना है। लेकिन फिलहाल नौ गांव में ही जमीन अधिग्रहण के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से हरी झंडी मिली है।

बता दें कि 107 करोड़ रुपए की राशि जिला भू अर्जन कार्यालय को भूमि अधिग्रहण के लिए कराई गई है। वर्तमान में जिले के साहेबगंज के तीन गांव और पारू अंचल के छह गांव में जमीन अधिग्रहण होगा। इसके लिए तैयार तेज हो गई है। इस सड़क के निर्माण होने से राज्य की राजधानी पटना से नेपाल सीमा की दूरी घटकर मात्र 200 किलोमीटर हो जाएगी।

मिली जानकारी के अनुसार, आगामी दिनों में यह हाइवे अरेराज होते हुए बाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व तक बनेगा। यह इकलौता ऐसा सड़क होगा जिससे टाइगर रिजर्व को बेहतरीन कनेक्टिविटी मिलेगी और घूमने वाले लोगों के लिए भी सुविधा होगी। बता दें कि नए चार लेन सड़क का काम पटना के दीघा, छपरा के सोनपुर, मानिकपुर, साहेबगंज होते हुए अरेराज तक बनेगा। केंद्र सरकार द्वारा इस परियोजना को गत वर्ष हरी झंडी मिली थी।

अगर यह नेशनल हाईवे बन जाता है, तो पटना से बेतिया जाने में लोगों को मात्र 200 किलोमीटर का दूरी तय करना होगा। लोग केवल ढाई घंटे में इस दूरी को पूरा कर लेंगे। इस मार्ग के चार लेन चौड़ीकरण होने से राजधानी से बेतिया के रास्ते बाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व तक जाना भी बेहद सुविधा से भरा होगा। यह प्रस्तावित हाईवे बिहार के विकास को नई गति देगा।

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