अररिया से परसरमा फोरलेन निर्माण को मिली मंजूरी, इन जिलों से बंगाल और नॉर्थ ईस्ट जाना होगा आसान

बिहार सरकार इन दिनों राज्य के सड़कों की स्थिति बेहतर करने में जुटी हुई है। अब केंद्र सरकार ने अररिया से सुपौल जिले के परसरमा तक की सड़क को फोरलेन बनाने पर मंजूरी दे दी है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने डीपीआर बनाने के लिए टेंडर भी निकाल दिया है। बहुत जल आगे की काम शुरू हो जाएगी।

भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने खुद इस बात की जानकारी दी है। नितिन गडकरी ने ऊर्जा विभाग के मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव को पत्र लिखकर कहा है कि उनके आगरा पर यह फैसला लिया गया है। केंद्रीय मंत्री को ऊर्जा मंत्री ने सड़क के चौड़ीकरण कराने के लिए पत्र लिखकर आग्रह किया था। उन्होंने कहा है कि भारतमाला परियोजना के तहत सुपौल एवं मधुबनी जिले के बीच भेजा घाट पर कोसी नदी में नए पुल का निर्माण हो रहा है।

इस पुल के निर्माण होने से दरभंगा और मधुबनी जिला के कोसी क्षेत्र से संपर्कता और भी बेहतर होगी। सुपौल-अररिया पथ पर ट्रैफिक लोड बढ़ेगा। बता दें कि मधुबनी के उचैठ भगवती से तारा स्थान तक जाने वाली रोड परसरमा से होकर गुजरती है। नेशनल हाईवे नंबर 327-ई के अररिया से परसरमा तक फोरलेन बनने से सुपौल, मधेपुरा, मधुबनी, दरभंगा, अररिया और सहरसा जिले के लोगों के लिए बंगाल और दक्षिण पूर्व जाने में लगभग 80 किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी। उच्च पथ संख्या 327-ई सुपौल एवं अररिया जिलों को संपर्क स्थापित करने वाली अंतर्राष्ट्रीय महत्व की सड़क है।

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